सऊदी हुकूमत ने इस साल हज जाने वालों की संख्या और उम्र से जुड़ी सभी पाबंदी हटा दी गई है। मंत्री तौफ़िक़ अल-राबिया ने मीडिया को ये संबोधित कर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा,
“इस साल हज यात्रियों की संख्या कोरोना वायरस से पहले के समय जितनी रहेगी।हज आने वालों के लिए उम्र की भी किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होगी।”
During the opening of #Hajj_Expo 2023, H.E. Minister of Hajj and Umrah Dr. Tawfiq AlRabiah announces:
“Number of Hajj pilgrims in 1444H will return to how it was before the Coronavirus pandemic without age restrictions.”#Makkah_and_Madinah_Eagerly_Await_You pic.twitter.com/IZaPNqapIV
— Ministry of Hajj and Umrah (@MoHU_En) January 9, 2023
हज हर साल होने वाला धार्मिक समारोह हैं,जिसका आगाज़ इस साल जून महीने में होगा।
इस्लाम धर्म के पांच फ़र्ज़ में से एक फ़र्ज़ हज भी है। हज के आलावा चार फ़र्ज़ और हैं- कलमा, रोज़ा, नमाज़ और ज़कात धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हर मुसलमान पर अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार इस हज का करना बेशक फर्ज़ होता है।
गल्फ न्यूज़ की रिपोर्ट के मुतबिक, साल 2019 में क़रीब 25 लाख लोगों ने हज किया था। हालांकि, इसके बाद के दो सालों में कोरोना महामारी की वजह से यात्रियों की संख्या सीमित कर दी गई थी। इस दौरान केवल 65 साल तक के लोग ही हज यात्रा पर जा सकते थे। साल 2022 में करीब 9 लाख यात्री हज पहुंचे थे,जिनमें से 7 लाख 80
हज़ार विदेशी थे।