लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन को पश्चिम बंगाल में जोर का झटका लगा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने एकला चलो का नारा दे दिया है. ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया है कि टीएमसी लोकसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी।
जिस तरह से सीट शेयरिंग में देरी हो रही थी, इसकी आशंकाएं बढ़ती जा रही थीं. यह विपक्षी एकता के लिए बड़ा झटका है. ममता का यह फैसला विशेष रूप से कांग्रेस नेतृत्व की धड़कनें बढ़ाने वाला है क्योंकि अब दूसरी सहयोगी पार्टियां भी ‘एकला चलो’ की राह ढूंढ सकती हैं. यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले राहुल गांधी असम पहुंचे हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी और लेफ्ट एकसाथ नहीं आना चाहती हैं. एक दिन पहले ही ममता ने कहा था कि अपमान के बावजूद मैंने एडजस्ट किया. उन्होंने इंडिया गुट में लेफ्ट कंट्रोल को लेकर चिंता भी जताई थी. आज ममता ने कह दिया कि कांग्रेस ने मेरे सभी प्रस्ताव नहीं माने इसलिए अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटे हैं और ममता बनर्जी ने सभी 42 सीटों पर एकला चलो के साथ आगे बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि टीएमसी के गढ़ बीरभूम जिले में ममता बनर्जी ने एक बंद कमरे में संगठनात्मक बैठक की।