प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों को संबोधित किया है। यह रेडियो कार्यक्रम सुबह 11 बजे प्रसारित हुआ। इस कार्यक्रम को टीवी, फेसबुक, ट्विटर पेज और मोबाइल एप पर भी लाइव प्रसारित किया गया, बता दें कि आज ‘मन की बात’ का 78वां संस्करण था। मालूम हो कि ये कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता है। आज के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक पर बात की और ओलंपिक पदक विजेता मिल्खा सिंह को श्रद्धाजंलि दी।
मन की बात: PM मोदी ने वैक्सीन को लेकर दूर की शंकाएं, कहा- मेरी मां ने 100 साल की उम्र में लिया है टीकामन की बात: PM मोदी ने वैक्सीन को लेकर दूर की शंकाएं, कहा- मेरी मां ने 100 साल की उम्र में लिया है टीका
आज के कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:-
पीएम ने आयुर्वेद की भी चर्चा की।
पीएम ने उत्तराखंड के पारितोष के गिलोय को लेकर पत्र और मध्य प्रदेश के राम लोटन कुशवाहा भी बात की और उनके कामों की तारीफ की।
पीएम मोदी ने कहा कि मानसून के पानी का हमें बचाव करना चाहिए।
पीएम मोदी ने जल संरक्षण की चर्चा की और उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के शिक्षक भारती की चर्चा करते हुए उनकी तारीफ की।
एक वैक्सीन लगवाएं और दूसरा मास्क लगाएं और अन्य प्रोटोकॉल का पालन करें।
जब ग्रामीण ने कहा कि उन्होंने टीका नहीं लगवाया है तब पीएम मोदी ने कहा कि मैं और मेरी माता ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं, आप भी वैक्सीन जरूर लगवाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि यदि कोई ये कह रहा कि कोरोना चला गया तो भ्रम में मत रहिए, ये बहरूपिया बीमारी है।
उन्होंने मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के निवासी एक ग्रामीण से बात की और वैक्सीनेशन को लेकर सवाल पूछा।
आज हम एक दिन में लाखों लोगों को मेड इन इंडिया वैक्सीन मुफ्त में लगा रहे हैं।
*यही तो नए भारत की नई ताकत है: : पीएम मोदी*
‘मन की बात’ में कोरोना वैक्सीन का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा- एक साल पहले सबके समाने सवाल था कि वैक्सीन कब आएगी?
पीएम मोदी ने कहा कि टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी केवल अपने लिए ही नहीं जा रहे हैं बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव भी बढ़ाना है और लोगों का दिल भी जीतना है।
पीएम मोदी ने देशवासियों से भी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की अपील की है।
बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था इसलिए इस बार जब हमारे खिलाड़ी ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं तो आपको हमारे एथलीट का मनोबल बढ़ाना है:
कुछ दिन पहले कोरोना ने प्रसिद्ध एथलीट मिल्खा सिंह को हमसे छीन लिया। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था:
मिल्खा सिंह को भला कौन भूल सकता है- पीएम मोदी