झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास पर गठबंधन विधायकों की बैठक हुई . ईडी द्वारा सातवां समन भेजे जाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह बैठक अपने आवास पर बैठक बुलाई थी जिसमे हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा नहीं देने का फैसला लिया है. बुधवार को विधायकों के साथ हुई बैठक में सोरेन ने यह निर्णय लिया. बैठक के बाद कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि मीटिंग में 43 विधायक थे और जो बात सामने आई है वो ये कि आज भी हेमंत सोरेन सीएम हैं और आने वाले दिनों में भी वो ही सीएम रहेंगे.
बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के प्रति अपना विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे। किसी भी तरह की स्थिति में वे एकजुट हैं। राज्य सरकार के खिलाफ साजिश को सफल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार विकास और जनहित में कार्य कर रही है और यह कार्य निरंतर जारी रहेगा।
दरअसल ईडी की ओर से जमीन घोटाला मामले में सातवां समन मिलने के बाद से ही इस बात की चर्चा हो रही थी कि सोरेन इस्तीफा देंगे और अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाएंगे. हालांकि, सोरेन ने इस्तीफा नहीं दिया. सोरेन ने साल 2019 में मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. विधायकों के साथ बैठक से पहले सोरेन ने कहा था, “मेरी पत्नी के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना, बीजेपी की कल्पना है.” उन्होंने ने आगे कहा था, “बीजेपी झूठा विमर्श पेश कर रही है कि मैं सत्ता अपनी पत्नी को सौंप दूंगा.”