दीप पर्व दिवाली के मौके पर सोमवार को मिठाइयां और पटाखों की खूब बिक्री हुई। पटाखा बाजार में सुबह से ही लोगों की चहल पहल हो गई। इस दौरान शहर की सभी नामी मिठाई की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ खूब जुटी। शाम पांच बजे तक मिठाई की दुकानों पर चहल पहल रही। इस दौरान गिफ्ट करने के लिए लोगों ने ड्राई फ्रूट, चॉकलेट आदि भी खरीदे।
दीपावली का त्योहार सिर्फ दीपों तक ही सीमित नही रहता। लोग जोरदार आतिशबाजी के साथ इस पर्व को सेलिब्रेट करते है। लेकिन सेलिब्रेशन के चक्कर में कई बार लोगों की परेशानी भी बढ़ जाती है।
पटाखों से निकलने वाले धुएं, चिंगारी से आंख और स्किन प्रभावित हो रही है। ज्यादा आवाज वाले पटाखें कानों को भी नुकसान पहुंचा सकते है। अगर कानों को ठीक रखना है तो 125 डेसिबल से कम ध्वनि क्षमता वाले पटाखे ही जलाएं।
पटाखे जलाते समय आंखों को सुरक्षित रखें और ग्लास जरूर पहने, ताकि इससे निकलने वाले धुएं या चिंगारी आंखों को प्रभावित न कर सके। समय-समय पर आंखों को जरूर धोएं, क्योंकि पटाखों के धुएं वातावरण में फैले होते हैं।
दीपावली के दिन घर से बाहर निकलते समय कान में हल्की रुई डालकर निकलें। पटाखों वाले हाथों से कान को न छुएं। कानों में दिक्कत होने पर उन्हें कुछ देर की लिए बंद कर लें।