नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सच मे आएगी तीसरी लहर? कब आएगी तीसरी लहर? अब कोरोना थर्ड वेव को लेकर जो खबर आ रही है उसके बाद बेहद सतर्क हो जाने की जरूरत है। विश्व के कई देशों में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। पिछले एक हफ्ते में कोरोना के 16 फीसदी मामले बढ़े हैं। इस खतरे को देख भारत की ओर से भी कहा जा रहा है कि अगले 100 दिन बेहद खास होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसको लेकर अलर्ट कर चुके हैं।
पीएम ने इसे रेड सिग्नल के तौर पर लेने को कहा है।पीएम ने तीसरी लहर को रोकने का लक्ष्य दिया है। ये बातें नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहीं। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों में हालात अच्छे से बुरे, बुरे से बेहद खराब हो रहे हैं। दुनिया कोरोना की तीसरी लहर की तरफ बढ़ रही है और यह वास्तविकता है।
डॉ. पॉल ने कहा कि देशवासियों को अभी भी खतरा है। हम लगातार वैक्सीनेशन को बढ़ा रहे हैं। जोखिम वाली कम से कम 50 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगायी जा चुकी है।
फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और हमें इसे बरकरार रखना है। डॉ. पॉल ने कहा कि अगले 100 दिन देश के लिए महत्वपूर्ण होंगे। कोरोना वैक्सीन की एक डोज से मृत्यु दर में 82 फीसदी कमी देखी गयी है।
दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई और बढ़ गई लापरवाही:-
देश के कई हिस्सों में कोविड-19 से जुड़े नियमों को ताक पर रख दिया गया है। हिल स्टेशंस से लेकर बाजारों में खासी भीड़ उमड़ रही है, और सावधानियों का पालन भी नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार ने कहा है कि लोग तीसरी लहर से जुड़ी बातों को मौसम की अपडेट की तरह देख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को इस मसले पर बोलना पड़ा। दूसरी तरफ, एक शीर्ष वैज्ञानिक का कहना है कि भारत में तीसरी लहर 4 जुलाई से शुरू हो चुकी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एक बयान में कहा कि तीसरी लहर बस आने ही वाली है। कोरोना की अब तक दूसरी लहर भी नहीं खत्म हुई है, और शायद लोग इस बात को भूल रहे हैं। कोरोना नियमों में ढील देने के बाद लोगों की लापरवाही भी बढ़ी है।