RANCHI: एन एस यू आई झारखंड के प्रदेश सचिव रोहित पांडेय के नेतृत्व में एन एस यू आई के सदस्यों ने राँची विश्वविद्यालय की कुलपति को योगदा सत्संग महाविद्यालय में हो रही विसंगतियों के संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए महाविद्यालय के अतिरिक्त सचिव सह प्राचार्य को हटाने की मांग की।
उन्होंने बताया की योगदा महाविद्यालय के प्राचार्य और उप प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय में पढ़ने वाले ईसाई और मुस्लिम विद्यार्थियों को ‘योगदा पंथ’ का अनुपालन करने और जय गुरु कहने को विवश किया जा रहा है। साथ ही अतिरिक्त सचिव सह प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय में नामांकन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जाने के साथ पैसे ले कर नामांकन लेने का आरोप है। ये प्राचार्य राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम के अंतर्गत प्राचार्य पद की योग्यता नहीं रखते और 65 वर्ष से अधिक की आयु के हैं।
महाविद्यालय में भौतिकी विभाग में अयोग्य शिक्षक द्वारा पढ़ाने और 200 से अधिक विद्यार्थियों को एक ही विषय में फेल किये जाने से छात्रों में भारी आक्रोश है।
महाविद्यालय द्वारा पिछले 4 वर्षों में फीस दोगुनी करने और कोरोना काल में फीस वृद्धि करने से छात्र और अभिभावक बहुत परेशानी का सामना कर रहे है।
एन एस यू आई ने महाविद्यालय के क्रिया कलापों की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमिटी बनाने की भी मांग की है। इस मौके पर एन एस यू आई के विवेक सिंह, रवि साहनी, इस्माइल अंसारी, मोहम्मद साबिर, क्रिस्टोफर टोप्पो, रीना मिंज, नीलम टोप्पो, मोहम्मद जुबेर सहित अनेकों छात्र मौजूद थे।