झारखंड के जमशेदपुर में छठ पर्व के आयोजन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और निर्दलीय विधायक सरयू राय के समर्थकों में तनातनी हो गई. दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें 5 लोग घायल हो गए. हंगामे के बाद तनावपूर्ण हालात को देखते हुए वहां पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. वहीं इसको लेकर सरयू राय गुट के लोग धरने पर बैठ गए.
घटना के बाद दोनों पक्षों के लोग सिदगोड़ा थाना पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। घटना के बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर के मेन गेट पर ताला लगा कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी। सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से रघुवर समर्थकों (भाजपा) का वर्चस्व रहा है।
विधायक सरयू राय ने कहा कि यह हमला सुबोध श्रीवास्तव समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं पर नहीं, बल्कि मेरे ऊपर है। अभी शहर से बाहर हूं। बेंगलुरू से शनिवार को शहर पहुंचने पर जानकारी लेंगे। इसके बाद रणनीति तय होगी।
इस पर दोनों ओर से कुर्सियां और लाठी-डंडे चलने शुरू हो गये. काफी हंगामा होने लगा. महिलाएं भीड़ में दबने लगीं. सूर्य मंदिर समिति के भूपेंद्र सिंह और गुंजन यादव के साथ भाजमो जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव की भिड़ंत हो गयी. इस दौरान सुबोध श्रीवास्तव समेत 10 लोग घायल हो गये. मारपीट के दौरान कुछ छायाकारों को भी चोटें आयी हैं.
सूर्य मंदिर परिसर में छठ के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर रघुवर दास गुट की नेतृत्ववाली समिति ने पंडाल बनाया था. उसके पास ही सरयू राय गुट के सुबोध श्रीवास्तव समेत अन्य काफी लोगों ने एक केनोपी लगाकर वहां देर रात तक रुकने और अष्टजाम करने की बात कही थी. रघुवर गुट के लोग उन्हें वहां से केनोपी हटाने को कह रहे थे।