द्रौपदी मुर्मु ने देश की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर संसद के सेंट्रल हॉल में शपथ ले ली। शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उनके लिए देश के युवाओं और महिलाओं का हित सर्वोपरि होगा। मुर्मू ने कहा, “राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। उन्हों ने कहा की मेरे निर्वाचन में गरीब का आशीर्वाद शामिल है, करोड़ों महिलाओं और बेटियों के सपनों और सामर्थ्य की झलक है।सदियों से वंचित और विकास के लाभ से दूर रहे गरीब, दलित,आदिवासी मुझमें अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं।