बिहार में नितीश कुमार की अगुवाई में हुई बैठक ‘जाति आधारित गणना’ पर लिया गए फ़ैसला..
बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर रास्ता साफ हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक में जातिगत जनगणना को मंजूरी दी गई. भाजपा सहित सभी राजनीतिक दलों ने आज सर्वसम्मति से निकट भविष्य में जातिगत जनणना का निर्णय लिया. बता दें कि शुरुआत में जातिगत जनगणना को लेकर बीजेपी असहज थी.
बिहार में जातीय जनगणना को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना करवाने का फ़ैसला सभी की सहमति से लिया गया है और इसे जल्द कैबिनेट से पास कराया जाएगा.
#पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में #जातीय_जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक । CM @NitishKumar अपनी बात रखते हुए। pic.twitter.com/3q1sQ32MUl
— AIR News Patna (@airnews_patna) June 1, 2022
नीतीश कुमार ने कहा, “जातीय जनगणना के लिए समय निर्धारित किया गया है. इसका नामकरण हम लोग ‘जाति आधारित गणना’ के नाम से करने जा रहे हैं. इसमें हर धर्म और जाति से आने वाले लोगों की गिनती होगी. उनका पूरा आकलन किया जाएगा. इसका मकसद है कि इसके ज़रिए लोगों का विकास किया जा सके.”
क्या जातीय जनगणना में उपजाति को भी शामिल किया जाएगा, इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, “अलग-अलग जातियों में अलग-अलग उपजातियां हैं. किसी जाति का नाम आपको किसी दूसरी जाति की उपजाति में मिल जाएगा. इससे कंफ्यूजन बढ़ेगी.”
उन्होंने कहा कि अगर कोई अपनी जाति बताएगा तो उसके साथ में रहने वाले लोगों से भी उसके बारे में पूछा जाएगा ताकि कोई ग़लत जानकारी न दे. इसके साथ ही कहा कि जातीय जनगणना पूरी होने के बाद इसे जनता के बीच में रखा जाएगा.
बैठक में भाजपा की तरफ से डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस, एआईएमआईएम और अन्य दलों के नेता मौजूद थे.