रांची में हुए हिंसा के बाद सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता, संवेदनशील इलाकों में की गई बैरिकेडिंग.
रांची में 10 जून को हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले पोस्ट पर रांची पुलिस अपनी पैनी नजर रखी हुई है। साथ अब हिंसा के बाद हर इलाके में सतर्कता भी बरती जा रही है।
राजधानी में 10 जून जैसा नजारा न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। शहर के संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस के अलावे झारखण्ड जगुआर और रैफ की तैनाती की गयी है।
वहीं दूसरी ओर अंजुमन इस्लामिया, डोरंडा सेन्ट्रल मुहर्रम कमिटी सरीखे संगठनों ने लोगों से जुमे की नमाज के बाद अपने घरों में रहने की अपील की है।
अपील में साफ़ तौर पर कहा गया है कि किसी भी हाल में सोशल मीडिया के फैलाए जा रहे अफवाहों पर ध्यान न दें। साथ ही जुलुस निकलने की बातों को नकार दें।
पिछले जुमे को राजधानी में हुई हिंसा को लेकर गुरुवार को पंकज यादव के द्वारा दायर की गयी जनहित याचिका की सुनवाई के बाद झारखण्ड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कल तक अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
इसे पढ़ें-लिव-इन रिलेशन में जन्मे बच्चे को मिलेगी पारिवारिक संपत्ति पाने का अधिकार: सुप्रीम कोर्ट