JHARKHAND REPORTERS DESK: मात्र 1 रुपये में गरीब की कुटिया में पचासों बार उजाला करने वाली माचिस की डिबिया अब एक रुपये में नहीं आएगी। महंगाई की रंगदारी इस तीली पर लिपटे रोगन के लिए भारी पड़ रही है और करीब 14 साल बाद इसके दाम बढ़ने जा रहे हैं। देश में माचिस बनाने का मुख्य उद्योग शिवकाशी में चलता है। माचिस उद्योग में लगी 5 बड़ी कंपनियों ने महंगाई की मार से जूझते हुए अब इसके दाम बढ़ाने पर सहमति बना ली है। सूत्रों के मुताबिक, देशभर में मात्र 1 रुपये में मिलने वाली माचिस की डिबिया अब 1 दिसंबर से 2 रुपये की हो जाएगी।