राज्य के सरकारी स्कूल के जैक की दसवीं व बारवी की परीक्षा समय पर होने को लेकर संशय बरकरार है।
परीक्षा की संभावित तिथि दिसंबर और मई माह में रखी गई है लेकिन अभी तक परीक्षा आयोजन कराने का प्रभार किसी को नहीं दिया गया है। काउंसिल में अभी तक अध्यक्ष पद खाली है जिस कारण परीक्षा आयोजन को लेकर कोई निर्णय नहीं हो रहा है। जबकि अभी तक विभाग की ओर से सचिव को वित्तीय प्रभार दिया गया है। जबतक परीक्षा आयोजन कराने का प्रभार सचिव को नहीं मिल जाता है तब तक परीक्षा आयोजन नहीं किया जा सकता। जबकि दिसंबर माह की शुरुआत हो चुकी है और ऐसे में परीक्षा संबंधी कार्य पूरा नहीं हुआ है। कई वर्ग में तो काम शुरू भी नहीं हो पाया है। सचिव महीप कुमार सिंह बताते हैं कि दसवीं बारवीं की परीक्षा आयोजन को लेकर जैक की ओर से कई तैयारी की जा चुकी है। इसमें छात्रों की एडमिट कार्ड से लेकर रोल कोड, सेंटर आदि सभी चीज तैयार हो चुकी है। लेकिन जब तक आदेश नहीं आता तब तक वे परीक्षा आयोजन को लेकर निर्णय नहीं ले सकते हैं। हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी कि सरकार की ओर से जल्द इस मामले पर फैसला ले लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि अध्यक्ष पद पर भी जल्द नियुक्ति की जा सकती है। करीब सात लाख बच्चे बैठेंगे परीक्षा में। कोरोना और नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बीच परीक्षार्थी की परीक्षा लेना भी जैक के लिए बड़ी चुनौती होगी। परीक्षा आयोजन को लेकर अब सरकार के गाइडलाइन का इंतजार है ताकि जैक की ओर से आगे की रणनीति तय की जा सके। दूसरी ओर जैक बोर्ड की बैठक भी अध्यक्ष के नहीं रहने के कारण नहीं हो पायी है। अगर अध्यक्ष का पूरा प्रभार सचिव को मिलता है तो परीक्षा आयोजन का फैसला सचिव खुद ले सकेंगे।