सरकार तत्काल 1932 के खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति परिभाषित करे अथवा झारखंड की धरती में व्यापक आंदोलन होगा

RANCHI: आज डॉ करमा उरांव की अध्यक्षता में आदिवासी एवं मूलवासी सामाजिक संगठनों का स्थानीय एवं नियोजन नीति विषयक संयुक्त अभियान की कोर कमेटी की बैठक कामिल बुल्के सभागार मनरेशा हाउस परिसर पुरुलिया रोड रांची में आयोजन किया गया। इस बैठक का संचालन अंतू तिर्की ने किया।

इस बैठक में मुख्य रूप से प्रेमचंद मुर्मू, प्रेम प्रकाश शहदेव, अंतू तिर्की, अरुण कश्यप, दयामनी बारला, आजम अहमद, राजू महतो, प्रेमचंद मुर्मू, सुशील उरांव, बलकु उरांव, देवेंद्र नाथ महतो, जलेश्वर भगत, राजू महतो, सुनील सिंह, सुशील उरांव, शिवा प्रसाद साहू, राजाराम साहू, सुबोध दांगी, धर्मदयाल साहू, प्रदीप महतो, नदीम खान, इशरत आलम, सोमा मुंडा, राहुल उरांव, शिव शंकर महतो, बहुरा उरांव, अब्दुल कलाम रशोदी, बिभय नाथ साहदेव, माधो कच्छप, देव सहाय मुंडा, प्रवीण चन्द्र देवधरिया, भूलू तिर्की, इसराइल खालिद, इसमे आलम के अलावा अन्य आंदोलनकारियों ने अपना अपना बहुमूल्य विचार रखे।

कोर कमिटी में सम्यक विचारोपरांत निम्नलिखित निर्णय लिए गए:-

🔴 6 नवम्बर 2021 को रांची में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी प्रतिनिधि ,जनप्रतिंधियों, नेताओं, और सामाजिक संगठनों के साथ परिसंवाद आयोजित होगा जिसमें राजनीतिक पार्टियों, और उनके वरिष्ठ नेताओं को अपने अपने पार्टी की और से स्थानीय नीति और नियोजन नीति के संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करना है।

🔴 6 अक्टूबर 2021 को पुनः विस्तारित कोर कमिटी की बैठक प्रेस क्लब रांची में होगी।

🔴 झारखंड सरकार से यह मांग दोहराया गया है कि 15 नवम्बर झारखंड का स्थापना दिवस तक स्थानीय एवं नियोजन नीति पर अपना सकारात्मक रुख स्पष्ट करे अन्यथा झारखंड की धरती पर आंदोलन होगा, विशाल महा रैली का आयोजन किया जायेगा।
झारखंड के सभी प्रकार के अनुबंध एवं संविदा नियुक्ति पर रोक लगाई जाए चूंकि बिना स्थानीय और नियोजन नीति के बाहरियों की नियुक्ति होती है।
अंत मे इस बैठक का धन्यवाद ज्ञापन बलकु उरांव ने किया।

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