उन्होंने बताया, “शुक्रवार शाम दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. इसमें पत्थरबाज़ी में कुछ लोग घायल हुए हैं. वहीं पब्लिक की तरफ से गोलीबारी भी हुई है और इसमें कुछ लोगों को गोली के छर्रे लगे हैं, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है.”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हिंसा पर दुःख जताया है. उनका दावा है कि जैसे ही सासाराम हिंसा के बारे में पता चला उसे तुरंत कंट्रोल किया गया था।
नालंदा में शुक्रवार को जहां हिंसा हुई थी वहां से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर शनिवार को फिर हिंसा हुई। इस दौरान करीब 30 राउंड फायरिंग की गई। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब दोनों पक्षों से कोई वहां मौजूद नहीं था। फायरिंग के बाद यहां पुलिस पर भी पथराव हुआ है। बीडीओ अंजन दत्ता ने बताया कि नालंदा के बिहारशरीफ में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इधर, सासाराम के सफ्फुलागंज में शनिवार शाम को फिर बम फेंके गए। इसके बाद पुलिस ने इलाके के घरों में सघन तलाशी अभियान चलाया है। इसमें 8 और लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस तरह अब तक कुल 25 लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है।
रामनवमी के दौरान बिहार में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में अब तक 45 गिरफ़्तार
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— BBC News Hindi (@BBCHindi) April 1, 2023
बिहार के 4 जिले रोहतास, नालंदा, भागलपुर • और गया में रामनवमी की शोभायात्रा को लेकर शुक्रवार को हिंसक झड़प हुई थी।
इस घटना के बाद पुलिस फोर्स तैनात की गई है। सासाराम में फिलहाल 5 आईपीएस अधिकारियों की तैनाती की गई है। नालंदा में धारा 144 लागू है। इंटरनेट बंद है। गया और भागलपुर में फोर्स की तैनाती की गई है। नालंदा, सासाराम और गया से अब तक 61 लोगों की गिरफ्तार की गई है। मुंगेर में शनिवार को हिंसा की वारदात सामने आई।
वही इस घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि रामनवमी शोभायात्रा के दौरान जो घटना हुई है, जो दुख की बात है। हमें कल जैसे ही पता चला अलर्ट होकर तेजी से काम किया। उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये किसी ने जानबूझकर किया है।