ऋषभ पंत का यह एक्सीडेंट रूड़की के पास गुरुकुल नारसन एरिया में हुआ था. पंत खुद ही कार चला रहे थे. हादसे के बाद पंत ने बताया था कि ड्राइविंग के दौरान उन्हें नींद की झपकी आई और कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई. वह विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आए. इसके बाद कार में भीषण आग लग गई थी.
बस कंडक्टर परमजीत ने कहा, ‘जैसे ही हमने उसे (ऋषभ पंत) को बाहर निकाला, उसके 5-7 सेकंड बाद ही कार में आग लग गई और वह जलकर खाक हो गई. उनकी पीठ पर काफी चोटें आई थी. इसके बाद जब हमने उनसे पूछा कि वह कौन हैं, तब उन्होंने बताया कि वह क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं.’ इस बयान से साफ है कि यदि 5-7 सेकंड की देरी होती, तो कुछ भी अनहोनी होने की आशंका थी.
फिलहाल ऋषभ पंत का देहरादून के मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया गया है कि पंत को सबसे ज्यादा चोटें सिर और पैर में आई हैं. इसी के चलते उनके ब्रेन और स्पाइन का MRI स्कैन भी कराया गया था. जिसकी रिपोर्ट सामने आ गई है. इस रिपोर्ट ने फैन्स और खुद पंत को बड़ी राहत दी है. रिपोर्ट नॉर्मल आई है.
As we dragged him (Rishabh Pant) out, the car caught fire & burned down within 5-7 secs. He had major injuries on his back. We enquired about his personal information & that is when he said he is an Indian team cricketer: Bus staff Paramjeet who rescued Cricketer Rishabh Pant pic.twitter.com/FQRrk1krVB
— ANI (@ANI) December 31, 2022
इस सराहनीय काम के लिए इन दोनों लोगों को बड़ा इनाम मिला है. दरअसल, सुशील कुमार और परमजीत को पानीपत डिपो की तरफ से सम्मानित किया गया है. उत्तराखंड सरकार ने भी ऐलान किया है कि वह भी दोनों लोगों को सम्मानित करेगी. सरकार ने कहा है कि दोनों ने मानवता के लिए सराहनीय काम किया है. उनका सम्मान जरूर होना चाहिए.