ट्विटर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू का अकाउंट शुक्रवार को निलंबित कर दिया है जिसका कू के सह कू संस्थापक ने विरोध किया है.
इससे पहले ट्विटर ने न्यूयॉर्क टाइम्स, सीएनएन और वॉशिगटन पोस्ट के पत्रकारों के अकाउंट को निलंबित कर दिया था.
कू के सह-संस्थापक मयंक बिदावतका ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कुछ ही दिनों पहले बनाए गए ‘कू एमिनेंस’ अकाउंट को बंद करने पर सवाल उठाया है.
माइक्रो-ब्लॉगिंग एप कू के अकाउंट को ट्वीटर ने अपने प्लेटफॉर्म से सस्पेंड कर दिया है. जिसको लेकर कू के सह-संस्थापक ने एलन मस्क से सवाल पूछा है कि आखिर हमारा अकाउंट सस्पेंड करने की क्या वजह है? इससे साफ की है कि ट्वीटर ने बिना वजह बताए कू का खाता बंद कर दिया है. इतना ही नहीं सह-संस्थापक ने ये भी कहा है कि ‘आखिर इस आदमी को ट्वीट पर कितना नियंत्रण चाहिए है’.
1. Posting publicly available info isn't doxxing. Why shoot the messenger?
2. Journalists that posted links did nothing wrong. Posting a link to publicly available info isn't doxxing the way posting a link to an online article isn't plagiarism.— Mayank Bidawatka (@mayankbidawatka) December 16, 2022
“सार्वजनिक रूप से से उपलब्ध जानकारी को पोस्ट करना गलत नहीं है. जिन पत्रकारों ने लिंक डाला उन्होंने कुछ गलत नहीं किया. अपने अनुकूल नीतियां बनाना और भी बुरा है. हर दूसरे दिन अपना रुख बदलना असंगत है. एकदम ही बातचीत के लिए जगह ख़त्म कर देना. ये सूची अंतहीन है. ये लोकतंत्र नहीं है. हमें इसके ख़िलाफ़ बोलना चाहिए! ”
मयंक ने कहा, “मैंने पहले भी ये कहा है. हम कू चलाते हैं और पत्रकारों को वहां आ जाना चाहिए. कू ट्विटर का सबसे अच्छा विकल्प है. ये जगह जो है आपकी और करोड़ों यूजर्स की वजह से है. हमें इस आदमी के अहम को बढ़ाना नहीं चाहिए.”