हज और उमरा पर जाने वाली महिलाओं के लिए सऊदी अरब ने एक बड़ा फ़ैसला किया है. तीर्थयात्रा पर जाने वाली महिलाओं को अब किसी पुरुष को अपने साथ लाने की ज़रूरत नहीं होगी.
सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री तौफ़ीक़ अल-राबिया ने मिस्र की राजधानी काहिरा में सऊदी दूतावास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फ़ैसले की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि हज और उमरा पर आने वाली महिलाओं को अब बिना महरम (रक्त संबंध वाले पुरुष) के साथ आने की इज़ाजत होगी. इसके साथ ही उस बहस पर विराम लग गया है कि महिलाएं हज और उमरा पर अकेले आ सकती हैं या नहीं.
पिछले साल भी महरम के बिना आने की अनुमति दी गई थी, लेकिन तब महिला किसी और महिला के साथ आ सकती थी. लेकिन, इस साल आए आदेश में महिलाएं अकेली भी हज और उमराह पर आ सकती हैं.
सऊदी राजधानी रियाद ने सोमवार को इसकी घोषणा की और कहा कि यह दुनियाभर की श्रद्धालुओं पर लागू होगा। अब तक महिलाओं और बच्चों को ‘मेहरम’ के साथ ही हज पर जाने की अनुमति दी जाती थी। मेहरम वह पुरुष साथी होता है जो पूरे हज के दौरान महिला के साथ रहता है।
सऊदी अरब के अंग्रेज़ी अख़बार सऊदी गैजेट के मुताबिक अल-राबिया ने ये भी बताया कि कोई मुसलमान किसी भी तरह के वीज़ा के साथ उमराह के लिए सऊदी अरब आ सकता है. उमरा वीज़ा के लिए कोटा या संख्या की सीमा तय नहीं है.