अग्निपथ योजना नही होगी वापस, देश के तीनो
सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया एलान.
भारतीय सेनाओं में भर्ती की नई अग्निपथ योजना को लेकर देश भर में मचे बवाल को शांत करने के लिए सेना के तीनों अंगों ने रविवार को इस योजना से जुड़ी कई बातों को स्पष्ट करने की कोशिश की.
वही इसी बीच रविवार को दिल्ली में सेना के तीनों अंगों के शीर्ष नेतृत्व ने प्रेस को संबोधित किया. इसमें रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ़्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, वायुसेना के एयर मार्शल एसके झा, नौसेना के वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी और थलसेना के एडजुटेंट जनरल बंसी पोनप्पा शामिल हुए।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ़्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने स्पष्ट कर दिया है कि सेना में जवानों की भर्ती की नई अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी. उनके अनुसार यह एक प्रगतिशील क़दम है और देश की रक्षा के लिए ऐसा करना बेहद ज़रूरी है.
#WATCH नहीं, (अग्निपथ) योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। इसे वापस क्यों लिया जाए, यह एक प्रगतिशील कदम है: लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी, अतिरिक्त सचिव, सैन्य मामलों के विभाग pic.twitter.com/shj3QDAmts
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2022
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने साफ किया कि अनुशासन भारतीय सेना की नींव है, इसलिए आगजनी, तोड़फोड़ करने वालों के लिए सेना में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुशासन सशस्त्र बलों के लिए एक बुनियादी ज़रूरत है, इसलिए यदि किसी भी उम्मीदवार के ख़िलाफ़ कोई प्राथमिकी है तो वे सेना का हिस्सा नहीं हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, “सेना के साथ जो अग्निवीर जुड़ना चाहता है, उसे एक शपथ पत्र देना होगा कि उसने किसी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा नहीं लिया. फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता. इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय ख़राब न करें.”
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