नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों का 48 घन्टे का झारखंड बंद शुरू,सड़क पर की आगजनी

झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन (जेएसएसयू) की ओर से बुलाए गए झारखंड बंद का मिलाजुला असर देखा जा रहा है। सुबह में कई बंद समर्थक सड़क पर उतरे। प्रस्तावित नियोजन नीति के विरोध और सरकारी नौकरियों में स्थानीय लोगों को शत-प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर बंद बुलाया गया है।

, झारखंड राज्य छात्र संघ (JSSU) राज्य सरकार की 60-40 फॉर्मूले पर आधारित नई भर्ती नीति का विरोध कर रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी छात्रों ने टि्वटर पर अभियान चलाया है। अब एक बार फिर छात्रों ने सड़क पर उतरकर विरोध करने की तैयारी कर ली है। ऐसे में 10 और 11 को बंद का एलान किया। इसी को लेकर शनिवार को भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात दिखे।

टाटा रांची हाइवे पर छात्रों द्वारा टायर जलाने के बाद पुलिस प्रशासन पहुंची और सड़क पर से टायर को हटाया. इस दौरान नामकुम थाना प्रभारी ने कहा कि यहां कोई सड़क जाम नहीं है. टायर जलाकर जो लोग भाग गए हैं. उन पर कार्रवाई की जाएगी.

झारखंड बंद के दौरान बंद समर्थकों से निपटने के लिए कोतवाली डीएसपी ने तैनात जवानों को ब्रीफिंग दी. कहा शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहे.

बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि झारखंड को बने 23 साल हो गए। लेकिन आज तक सरकार यहां के युवाओं के लिए एक नियोजन नीति भी नहीं बना सकी। कथित तौर पर प्रस्तावित 60:40 के अनुपात में नियोजन नीति लाने की तैयारी में राज्य सरकार है, जिसका यहां के छात्र समुदाय विरोध करते हैं। इसे लेकर ही झारखंड बंद बुलाया गया है। बंद के कारण लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन प्रभावित हुआ है।

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