“मेहनत ऐसी करो कि असफलता भी डरकर, आपके कदमो को चूमे।” अपनी असफलताओं से हमें कभी भी शर्मिंदा नहीं होना चाहिए, बल्कि उनसे सीख लेकर लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।
आईपीएस आदित्य पंजाब के संगरूर जिले में कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी इस कामयाबी को हासिल करने के लिए बहुत कठिन परिश्रम किया है। उन्होंने अपनी असफलता को कभी भी अपनी कमजोरी नहीं बनाई, बल्कि उससे सीख लेकर आगे बढ़ते रहे।वे प्रतिदिन लगभग 20 घंटे पढ़ाई किया करते थे और ज्यादातर उत्तर लिखा करते थे क्योंकि उनका मानना है कि अगर हम उत्तर लिखेंगे तो इससे हमें वह याद भी होगा, एवं लेखन में भी सुधार लाएगा।
उन्होंने बताया कि प्री की तैयारी बहुत ही ध्यान लगाकर करनी चाहिए। हमें वैकल्पिक सब्जेक्ट पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। हमें अपनी पृष्ठभूमि से जुड़ी सभी जानकारियां रखनी चाहिए क्योंकि इंटरव्यूअर ज्यादातर व्यक्तिगत परीक्षा लेते हैं।
आदित्य 30 बार असफल हुए फिर भी हार नही मानी,और आज आईपीएस के पद पर है।