रांची: मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने अपनी काबिलियत का एक और बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यहां के डॉक्टर ने एक महिला की बोझ बन चुकी जिंदगी की परेशानी को दूर कर दिया है, वह भी बेहद आसान तरीके से इससे भी ज्यादा डॉक्टर ने महिला को लज्जा भरी जिंदगी से निकाल लिया।
दरअसल, एक 65 वर्षीय महिला शांति शर्मा (बदला हुआ नाम) का मल द्वार निकला हुआ था। इसकी वजह से वह बैठ भी नहीं पाती थी और लज्जा वश किसी को बता भी नहीं पाती थीं। इस वजह से कहीं आना जाना भी बंद हो गया था। सामाजिक कार्य से भी उन्हें खुद को अलग रखना पड़ता था। उक्त मरीज ने कई अस्पतालों में डॉक्टरों को दिखाया लेकिन कहीं इलाज नहीं मिल पाया।
ऑपरेशन के दो दिन बाद ही मरीज को मिली छुट्टी
अंततः रांची स्थित मेदांता अस्पताल में पिछले दिनों पहुंची और यहां दूरबीन विधि (लेप्रोस्कोपिक) से गेस्ट्रो और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. अविनाश ने सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया। मरीज अब पूर्णतः ठीक है। ऑपरेशन के दो दिनों बाद ही मरीज को छुट्टी मिल गई। मरीज ने बताया कि वे अपनी बीमारी के कारण बेहद हताश हो चुकी थी। कई सर्जनों ने इस तरह की सर्जरी करने से हाथ खड़े कर दिए थे। बीमारी के कारण लग रहा था कि अब जीवन ऐसे ही जीना होगा लेकिन मेदांता रांची के डॉक्टरों ने मुझे नई जिंदगी दी है।
डॉ. अविनाश इससे पहले भी ऐसी कई जटिल और मुश्किल मानी जाने वाले ऑपरेशन कर चुके हैं। उन्होंने कैंसर के भी कई सफल ऑपरेशन किए हैं।
यहां लगातार हो रहे जटिल ऑपरेशन
गौरतलब है कि मेदांता अस्पताल बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए क्रियाशील है। लगातार जटिल ऑपरेशन यहां हो रहे हैं और सफल भी हो रहा है। पूरे राज्य के मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने और सहूलियत से दिखाने के लिए भी कई सुविधाएं शुरू की गई है। अस्पताल संपूर्ण और विश्व स्तर की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए लगातार अपने सेवा में नए-नए फीचर जोड़ रहा है।
मेदांता में नई तकनीक से होता है इलाज
अस्पताल में एडवांस गैस्ट्रो एंड लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सहित विभिन्न सुपर स्पेशियलिटी विभाग हैं। अस्पताल में राष्ट्रीय स्तर के बेहतरीन डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की टीम है। साथ ही मेदांता अस्पताल विश्व स्तरीय नवीनतम मेडिकल तकनीक का इस्तेमाल कर मरीजों का इलाज करता है। इससे मरीज जल्दी रिकवर होते हैं।