रूस और युक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया दोनों तरफ से हवाई फायरिंग भी हो रही है,वही बात दे जैसा देखा जा रहा कि अगर इन तीन में से दो बड़े देश युद्ध जैसी परिस्थिति में आमने-सामने होंगे, तो जाहिर है इससे तेल की सप्लाई विश्व भर में प्रभावित होगी. ये युद्ध की आशंका ही तेल की कीमतें बढ़ने के पीछे की सबसे बड़ी वजह है.
दरअसल दुनिया में तेल के तीन सबसे बड़े उत्पादक देश – सऊदी अरब, रूस और अमेरिका हैं. दुनिया के तेल का 12 फ़ीसदी रूस में, 12 फ़ीसदी सऊदी अरब में और 16-18 फ़ीसदी उत्पादन अमेरिका में होता है.
वही इन दो देशों के बीच युद्ध से भारत मे सेंसेक्स में भारी गिरावट देखने को आया है,बात दे कि सेंसेक्स 4.72% की गिरावट के साथ 2702 अंक तक गिरा,वही अगर बात करे पेट्रोल की तो क्रूड ऑयल सौ डॉलर प्रति बैरल के पार जाकर 105.79 तक पहुंचा। सोने के दाम में काफी बढ़ोतरी हो गयी 52,50 हजार दस ग्राम पहुंचा यह काफी उच्चतम स्तर है।