फूड डिलीवरी कंपनी ज़ोमैटो ने अपने ग्राहकों को 10 मिनट में खाना पहुँचाने की सुविधा देने की घोषणा की है. लेकिन, ये घोषणा होते ही सोशल मीडिया पर कई लोग कंपनी को ट्रोल करने लगे.
तो वहीं कंपनी इस घोषने के बाद जोमैटो कंपनी पट लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर खाना पहुंचाने की इतनी जल्दी क्यों है. उनका कहना था कि इससे खाना बनाने को लेकर जल्दबाजी होगी और डिलीवरी करने वाले पर दबाव बढ़ेगा. जिसके बाद कंपनी ने इसे लेकर सफ़ाई भी दी है.
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ज़ोमैटो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और संस्थापक दीपिंदर गोयल ने बीते दिनों एक ट्वीट किया था कि उनकी कंपनी इंस्टेंट डिलीवरी सेवा शुरू करने जा रही है और अब ग्राहकों को 10 मिनट के अंदर उनका पसंदीदा खाना मिल सकेगा.
तो वहीं कंपनी के इस घोषने पर लोगो ने ट्रोल करना शुरू किया ,जिसके बाद कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी सवाल उठाया है. उनका कहना है कि इससे डिलीवरी करने वाले पर दबाव बनेगा और उसकी सुरक्षा प्रभावित होगी.
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जिसके बाद कंपनी ने लोगो इसके बारे बताते हुए ट्वीट कर कहा दीपिंदर गोयल ने ट्वीट किया, ”मैं आपको समझाना चाहता हूं कि कैसे 10 मिनट की डिलीवरी भी उसी तरह सुरक्षित है जितनी कि आधे घंटे की डिलीवरी.
Hello twitter, good morning 🙂
I just want to tell you more about how 10-minute delivery works, and how it is as safe for our delivery partners as 30-minute delivery.
This time, please take 2 minutes to read through this (before the outrage) 😀
(1/2) https://t.co/PKKn97NhTf pic.twitter.com/NAfw20K1rF
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) March 22, 2022
उन्होंने ट्वीट कर लोगो को बताया, “देर से होने वाली डिलीवरी के लिए कोई पेनल्टी नहीं होगी और न ही समय पर डिलीवरी के लिए किसी तरह का प्रोत्साहन. हम कुछ विशेष जगहों में नए फूड स्टेशन बना रहे हैं जहां पर 10 मिनट की डिलीवरी सेवा उपलब्ध होगी.”