झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सीएम पद छोड़ना पड़ सकता है। खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। कभी भी आयोग फैसला दे सकता है। यदि प्रतिकूल फैसला आता है तो सोरेन को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच बीजेपी ने दावा किया है कि सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना को सूबे की बागडोर सौंपी जा सकती है.
झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी,परिवारवादी पार्टी का बेहतरीन नुस्ख़ा गरीब के लिए
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 19, 2022
भाजपा सांसद ने कहा कि राज्य में जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन होगा। निशिकांत दुबे के ट्वीट के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। चर्चा यह भी है कि झारखंड में करीब 25 साल बाद बिहार की तरह ही राजनीति करवट लेगी। जिस तरह लालू यादव ने 1997 में जेल जाने से पहले राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया था, उसी तरह हेमंत सोरेन भी अपनी पत्नी को नई मुख्यमंत्री बना सकते हैं। वैसे यह अभी सिर्फ अटकलें हैं। लेकिन जिस तरह से बैठकें हो रही हैं, उसमें कुछ बदलाव की संभावना तो बन रही है।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि झारखंड में भाभी की ताजपोशी कराई जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी, परिवारवादी पार्टी का बेहतरीन नुस्खा गरीब के लिए।’ इससे पहले बीजेपी सांसद ने बरहेट और दुमका विधानसभा में उपचुनाव होने का दावा किया था।
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि सीएम ने सुखाड़ को लेकर बैठक बुलाई है। हालांकि झामुमो की राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि बैठक विधायकों को एकजुट रखने को लेकर हो रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि सभी विधायक एकजुट हैं.