बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी न कोई इच्छा है, न आकांक्षा.
मेरी एक ही इच्छा है कि विपक्ष यदि अधिक से अधिक एकजुट हो जाए तो बहुत अच्छा माहौल बनेगा.
जब पूछा कि विपक्ष यदि एकजुट होकर आपके नाम पर सहमति बनाए, तो क्या आप चेहरा बनेंगे, इस पर नीतीश कुमार ने कहा, ”इसे रहने दीजिए, मैं इन चीज़ों के बारे में सोचता ही नहीं.”
उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष एकजुट होकर 2024 का चुनाव लड़े तो बीजेपी की सीटें घटना स्वाभाविक है.
इससे पहले रविवार को उन्होंने पटना में कहा था कि यदि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़े, तो बीजेपी को 50 सीटों तक समेटा जा सकता है.
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नीतीश कुमार का यह बयान राजधानी दिल्ली पहुंचने पर आया है. वे विपक्षी दलों को गोलबंद करने के लिए सोमवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे गए.
लेकिन जब उनसे पूछा गया कि 2024 के चुनाव में चेहरा कौन होगा, तो ख़ुद को चेहरा मानने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि जब समय आएगा तो सभी विपक्षी दल मिलकर इसे तय कर लेंगे.